धर्म में सबसे बड़े त्योहारों में से एक दिवाली है। इस सबसे महत्वपूर्ण पर्व को दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। देशभर में दिवाली को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। ये रोशनी, खुशी, सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
दिवाली की पौराणिक कथा
हिंदू धर्म में हर त्यौहार से कई धार्मिक मान्यता और कहानियां जुड़ी हुई हैं। दिवाली को लेकर भी दो अहम पौराणिक कथाएं प्रचलित है।
1. कार्तिक अमावस्या के दिन भगवान श्री राम चंद्र जी चौदह वर्ष का वनवास काटकर और लंकापति रावण का नाश करके अयोध्या लौटे थे। इस दिन भगवान श्री राम चंद्र जी के अयोध्या आगमन की खुशी पर लोगों ने दीप जलाकर उत्सव मनाया था। तभी से दिवाली की शुरुआत हुई।
2. एक अन्य कथा के अनुसार नरकासुर नामक राक्षस ने अपनी असुर शक्तियों से देवता और साधु-संतों को परेशान कर दिया था। इस राक्षस ने साधु-संतों की 16 हजार स्त्रियों को बंदी बना लिया था। नरकासुर के बढ़ते अत्याचारों से परेशान देवता और साधु-संतों ने भगवान श्री कृष्ण से मदद की गुहार लगाई। इसके बाद भगवान श्री कृष्ण ने कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को नरकासुर का वध कर देवता व संतों को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई, साथ ही 16 हजार स्त्रियों को कैद से मुक्त कराया। इसी खुशी में दूसरे दिन यानि कार्तिक मास की अमावस्या को लोगों ने अपने घरों में दीये जलाए। तभी से नरक चतुर्दशी और दीपावली का त्यौहार मनाया जाने लगा।
इसके अलावा दिवाली को लेकर और भी पौरणिक कथाएं सुनने को मिलती है।
1. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने राजा बलि को पाताल लोक का स्वामी बनाया था और इंद्र ने स्वर्ग को सुरक्षित पाकर खुशी से दीपावली मनाई थी।
2. इसी दिन समुंद्र मंथन के दौरान क्षीरसागर से लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं और उन्होंने भगवान विष्णु को पति के रूप में स्वीकार किया था।
तारीख 31 अक्टूबर 2024 लक्ष्मी गणेश पूजा मुहूर्त
शुभ मुहूर्त 31 अक्टूबर सायं 5:31 बजे से रात्रि 9:55 बजे तक
प्रदोष काल सायं 05:36 से 08:11 तक
निशिता काल 31 अक्टूबर 2024 11:39 से 12:31 अपराह्न
लक्ष्मी पूजन सामग्री
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन करने की परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है इस दिन पूजन सामग्री के लिए एक लकड़ी की चौकी, एक लाल कपड़ा, एक लक्ष्मी गणेश की मूर्ति, कुमकुम, हल्दी की गांठ, रोली, सुपारी, पान, लॉन्ग, अगरबत्ती, धूपबत्ती, दीपक, माचिस, घी, गंगाजल, पंचामृत, फूल- फल, कपूर, गेहूं, दूर्वा, जनेऊ, खील, पतासे, चांदी के सिक्के के अलावा कुछ ऐसी चीज भी है जिन्हें शामिल करने से व्यक्ति पर मां लक्ष्मी की कृपा साल भर बनी रहती है।